कन्हैयालाल मिश्र प्रभाकर का जीवन परिचय | Kanhiyalal Prabhakar Mishra Biography | कन्हैयालाल मिश्र प्रभाकर जी का जीवन परिचय | Kanhiyalal Prabhakar Mishra ka jeevan parichay
- जीवन परिचय
- कन्हैयालाल मिश्र प्रभाकर भाषा – शैली
- Kanhiyalal Prabhakar Mishra प्रमुख रचनाएं तथा कृतियां
- कन्हैयालाल मिश्र प्रभाकर की रचनाएं कौन-कौन सी है
- Kanhiyalal Prabhakar Mishra किस युग के लेखक है
- कन्हैयालाल मिश्र प्रभाकर साहित्य में स्थान
1- जीवन परिचय – कन्हैया मिश्र प्रभाकर जी का जन्म सन 1906 ईसवी में हुआ था | इनके गांव का नाम देवबंद नगर था जो उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के पास स्थित है | इनके पिता का नाम राम दत्त मिश्र था इनके पिता पूजा-पाठ में अत्यधिक विश्वास रखते थे तथा पुरोहिताई से अपने जीवन को व्यतीत करते थे |
कन्हैयालाल मिश्र प्रभाकर जी ने अपने स्वाध्याय से संस्कृत तथा अंग्रेजी शब्दों की भी शिक्षा प्राप्त की है | इन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया तथा भाग लेने के दौरान इन्हें कारावास में रहकर उस दंड को पूरा किया | इन्हें पत्रकार की भी शिक्षा का ज्ञान था जिसके कारण इन्होंने पत्रकारिता के क्षेत्र में महान मानवीय आदर्शों का निर्माण किया तथा मानव जीवन के कल्याण में अपना योगदान दिया | यह मानव जीवन में सजीव चित्रण तथा कृतियों में चित्रित समर्पित साहित्यकार के रूप में प्रसिद्ध है |
2- भाषा शैली – प्रभाकर जी की भाषा में प्रमुख रूप से साहित्य खड़ी बोली का प्रयोग हुआ है तथा इनकी भाषा में तत्सम शब्दों का भी प्रयोग मिलता है | इनकी भाषा सुबोध का तथा माधुर्यमय भाषा से परिपूर्ण है | इनकी भाषा शैली में मुहावरों की स्पष्टता और कहावतों का भी प्रयोग हुआ है | इनकी भाषा सशक्त पूर्ण है | जिसमें उन्होंने भावात्मक तथा वर्णनात्मक जैसी अन्य शैलियों का भी प्रयोग किया है जिसमें नाटकीय का गुण भी दिखाई देता है |
कन्हैयालाल मिश्र प्रभाकर जी का जीवन परिचय Download
3- प्रमुख रचनाएं तथा कृतियां – प्रभाकर जी की प्रमुख रचनाओं में से पत्रकारिता और साहित्य क्षेत्र में इनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है | जिसमें उन्होंने अपनी प्रमुख कृतियां/रेखाचित्र,संस्मरण,निबंध और रिपोतार्ज जैसी अन्य विधाओं को भी लिखा है |
ज्ञानोदय तथा नया जीवन जैसी अन्य पत्रकारिता का भी संपादन किया है | उन्हें बहुत सारी ऊंचाइयों की सफलता प्राप्त हुई है जिसके माध्यम से उन्होंने ‘दीपक जले शंख बजे’ ‘जिंदगी मुस्कुराई’ ऐसी अन्य बहुत सारी रचनाएं उनकी प्रमुख प्रसिद्ध रचनाएं कहलाती है | ‘आकाश के तारे’ भी इनकी प्रमुख रचना है |
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