Swami Vivekananda Sanskrit Essay | स्वामी विवेकानंद संस्कृत निबंध | स्वामी विवेकानंद की जीवनी संस्कृत में | Vivekananda Essay in Sanskrit | Swami Vivekananda 10 line Sanskrit Essay
विवेकानन्दस्य संस्कृत निबंध
स्वामी विवेकानंद संस्कृत निबंध
1- आधुतिकभारतस्य निर्माणकर्तुषु युगपुरूषस्य विवेकानन्दस्य नाम सर्वपरि अस्ति
Hindi Tran- आधुनिक भारत के निर्माता युगपुरुष स्वामी विवेकानंद के नाम को सभी जानते हैं
2- स: न केवलं भारते अपितु सम्पुर्णविश्वेे आरध्यात्मलोकं विकीर्णयति स्म
Hindi Tran- स्वामी विवेकानंद के नाम को ना केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में जानते हैं
3- तस्य महापुरूषस्य जन्म 1863 तमे वर्षे अभवत
Hindi Tran- महापुरुष स्वामी विवेकानंद का जन्म वर्ष 1863 में हुआ था
4- स्वामी विवेकानन्दस्य विश्वनाथदत्त: तस्य पिता आसीत्
Hindi Tran- स्वामी विवेकानंद के पिता का नाम विश्वनाथ दत्त था
5- बाल्यकाले स्वामी: विवेकानन्दस्य नाम नरेंद्रनाथ: आसीत
Hindi Tran- बचपन में स्वामी विवेकानंद का नाम नरेंद्र नाथ था
6- विवेकानंन्दस्य बाल्यकालादेव स: अति मेधावी आसीत
Hindi Tran- बचपन में स्वामी विवेकानंद बहुत ही मेधावी छात्र थे
7- आध्यात्मविषये तस्य महती रूचि आसीत
Hindi Tran- आत्म चिंतन में स्वामी विवेकानंद की रुचि थी
8- नरेन्द्र: यदा स्नातकोअभवत तदा तस्य िपिता परलोकम अगच्छत
Hindi Tran- नरेंद्र जब स्नातक की पढ़ाई कर रहे थे तब उनके पिता का स्वर्गवास हो गया था
9- एकदा एकस्यां सभायां स: रामकृष्णपरमहंसमहोदयस्य स्पर्शमधिगत्य समाधिस्थोअभवत
Hindi Tran- एक बार स्वामी विवेकानंद रामकृष्ण परमहंस की समाधि पर गए थे
10- तस्यैव गुरो: स्पर्शेन च तस्य समाधि: समात्नेाअभवत
Hindi Tran- तब गुरु की समाधि को स्पर्श किया था
11- तस्मात क्षणादेव नरेन्द्र: तं स्वगुरूम अमन्यत तप: च आरभत
Hindi Tran-
12- स्वामी: िविवेकानन्दस्य 1893 तमे वर्षे अमेरिकादेशे िशिकागो नामनगरे िविश्वधर्मसम्मेलनमभवत
Hindi Tran- स्वामी विवेकानंद 1993 में अमेरिका देश के शिकागो शहर मैं विश्व धर्म सम्मेलन में गए थे
13- तस्मिन सम्मेलन स: भारतस्य प्रतिनिधित्वम अकरेत
Hindi Tran- भारत में होने वाले सम्मेलन का स्वामी विवेकानंद प्रतिनिधित्व करते थे
14- तस्मादेव कालात तस्य कीर्ति: सर्वत्र प्रासरत अनेके जना: तस्य भक्ता: अभवत
Hindi Tran- स्वामी विवेकानंद की प्रति भाषण से इनके अनेक भक्त बने थे
15- विवेकानन्दस्य लोकसेवय: उद्देश्यं रामकृष्णमिशन संस्थापयत
Hindi Tran- स्वामी विवेकानंद के द्वारा रामकृष्ण मिशन की स्थापना की गई थी
16- 4 जुलाई 1902 तमे वर्षे अयं दिव्यपुरूष पंचतत्वं गत:
Hindi Tran- स्वामी विवेकानंद की मृत्यु 4 जुलाई उन्नीस सौ दो में हुई थी
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