The Great Banyan Poem Hindi Translation | The Great Banyan Tree Question Answer | Great Banyan tree poem Summary Hindi Translation.
Lesson – 3
The Great Banyan
महान बरगद
Just as old men are the most gentle, so are big trees the most friendly.
(जिस प्रकार एक बूढ़ा व्यक्ति स्वभाव से कोमल होता है)
The banyan is possibly the biggest and friendliest of all our trees.
(उसी प्रकार बड़े पेड़ सबसे अधिक मिलनसार होते हैं)
We do not see many banyan trees in our cities nowadays.
(शहरों में आजकल बरगद के पेड़ बहुत कम दिखाई देते हैं)
These trees require plenty of space to spread themselves out.
(क्योंकि इन पेड़ों को फैलने के लिए बहुत अधिक जगह लगती है)
But in our overcrowded cities, where there is barely enough living space for people it is too hard to find a full grown banyan tree.
(शहरों में भीड़भाड़ वाले इलाकों में जहां लोगों के लिए रहने के लिए पर्याप्त जगह नहीं होती वहां पर इतने बरगद के पूर्ण विकसित बरगत पेड़ के लिए पर्याप्त जगह नहीं होती)
After all a full grown banyan tree takes up as much space as a tree-storeyed building.
(एक पूर्ण विकसित बरगद का पेड़ एक कई मंजिला इमारत की जितनी जगह लेता है)
Of course spacious parks have banyan trees and every village has at least one.
(कई विशाल पार्कों में बरगद के पेड़ पाए जाते हैं सभी गांव में कहीं -कहीं एक बरगद का पेड़ देखने के लिए मिलता है)
The Great Banyan Poem Summary
The banyan tree has what are called aerial roots,
(बरगद के पेड़ में हवाई जड़े पाई जाती है )
that is its branches drop to the ground take roots again and send out more branches on their own.
( यह जड़े जमीन पर गिरती है और फिर वहां पर अपनी जड़ें बना लेती है और अपनी शाखाओं का निर्माण कर लेती है )
Therefor after some years the tree forms a forest of its own which is too big to be seen at once.
(कुछ वर्षों में पेड़ इतना विशाल हो जाता है कि वह अपना एक जंगल बना लेता है जो बहुत बड़ा होता है)
No wonder the banyan was chosen to stand for the hair of lord Shiva.
(इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि बरगद के पेड़ की जड़ भगवान शिव के बालों की तरह दिखाई देती है )
Trust in God and Do the Right poem Hindi Translation
महान बरगद
जिस प्रकार एक बूढ़ा व्यक्ति स्वभाव से कोमल होता है उसी प्रकार बड़े पेड़ सबसे अधिक मिलनसार होते हैं बरगद का पेड़ हमारे आसपास के सभी पेड़ों से बड़ा होता है और मिलनसार होता है
शहरों में आजकल बरगद के पेड़ बहुत कम दिखाई देते हैं लगभग नहीं दिखाई देते क्योंकि इन पेड़ों को फैलने के लिए बहुत अधिक जगह लगती है
शहरों में भीड़भाड़ वाले इलाकों में जहां लोगों के लिए रहने के लिए पर्याप्त जगह नहीं होती वहां पर इतने बरगद के पूर्ण विकसित पेड़ के लिए पर्याप्त जगह नहीं होती
एक पूर्ण विकसित बरगद का पेड़ एक कई मंजिला इमारत की जितनी जगह लेता है कई विशाल पार्कों में बरगद के पेड़ पाए जाते हैं सभी गांव में कहीं ना कहीं एक बरगद का पेड़ देखने के लिए मिलता है
बरगद के पेड़ में हवाई जड़े पाई जाती है यह जड़े जमीन पर गिरती है और फिर वहां पर अपनी जड़ें बना लेती है और अपनी शाखाओं का निर्माण कर लेती है कुछ वर्षों में पेड़ इतना विशाल हो जाता है कि वह अपना एक जंगल बना लेता है जो बहुत बड़ा होता है
इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि बरगद के पेड़ की जड़ भगवान शिव के बालों की तरह दिखाई देती है
Depesh sharma says
Please write all question and answer