पीपीपी मॉडल क्या है इसकी सेवाओं की व्याख्या कीजिए ? | What is PPP Model in Hindi | Post graduate Diploma in Computer Application | BCA question paper Answer | PGDCA 2nd semester Examination June 2022. पीपीपी मॉडल क्या है।
IT Trend and Technologies Question –
प्रश्न 1 पीपीपी मॉडल क्या है इसकी सेवाओं की व्याख्या कीजिए?
उत्तर :- PPP का अर्थ है Public Private Partnership (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) जिसे हम सार्वजनिक एवं निजी साझेदारी के रूप में भी जान सकते हैं इस मॉडल में सार्वजनिक तथा निजी दोनों मिलकर किसी प्रोजेक्ट को स्टार्ट करते हैं।
पीपीपी मॉडल (PPP Model) मुख्य रूप से सरकार और निजी कंपनी दोनों के लिए ही लाभदायक है क्योंकि इसमें दोनों मिलकर किसी प्रोजेक्ट को प्रारंभ करते हैं तो उन्हें पैसे एवं अनेक प्रकार के संसाधनों में आसानी हो जाती है क्योंकि किसी के भी द्वारा यदि किसी प्रोजेक्ट पर कार्य प्रारंभ किया तो उसे पैसे तथा विभिन्न प्रकार के संसाधन जुटाने और भी अनेकों प्रकार की समस्याएं उत्पन्न होगी। लेकिन पीपीपी मॉडल में सरकार और निजी क्षेत्र की कंपनियां दोनों मिलकर किसी प्रोजेक्ट को प्रारंभ करती है जिससे कि पैसे और विभिन्न संसाधन दोनों मिलकर झुकाते हैं जिससे कि प्रोजेक्ट का कार्य आसानी से पूरा हो जाता है और पीपीपी मॉडल में किसी भी प्रोजेक्ट को कम समय में और अच्छी क्वालिटी के साथ पूर्ण किया जा सकता है।
What is PPP Model in Hindi
(PPP Model) पीपीपी मॉडल का मुख्य उद्देश्य किसी भी निजी क्षेत्र के भागीदार को उद्योग या अन्य कंपनी को प्रारंभ करने या उसे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करता है और साथ ही सार्वजनिक क्षेत्र की विभिन्न कंपनियां उद्योग में भी भागीदारी के लिए आमंत्रित किया जाता है ताकि सरकार को भी धन जुटाने में समस्या ना हो तथा इसके साथ ही निजी क्षेत्र के साथ जुड़ने से निजी क्षेत्र के कारीगर इंजीनियर और एक्सपर्ट के अनुभव भी साझा हो जाते हैं जिससे कि कार्य में आसानी हो जाती है।
वर्तमान समय में कई सारी परियोजना है जो कि पीपीपी मॉडल पर चल रही है जैसे कि हाईवे रेलवे इत्यादि में इसका चलन काफी तेजी से बढ़ा है।
वर्तमान समय में लगभग सभी देशों में इसी मॉडल का चलन है जिसके दम पर उनके देश की अर्थव्यवस्था भी मजबूत हो रही है कई सारे देश जो आज विकसित देश की श्रेणी में आते हैं उनके विकास का मुख्य आधार भी प्राइवेट सेक्टर ही है।
पीपीपी मॉडल (PPP Model) के प्रकार –
बिल्ड ओन ऑपरेट (Build own Operate) – इस प्रकार के मॉडल में किसी भी कंपनी या पार्टनर उसको एक समय सीमा के लिए उस प्रोजेक्ट या परियोजना को दे दिया जाता है जिसमें उसके परिचालन निर्माण रखरखाव जैसी समस्त जिम्मेदारी उसी निजी कंपनी या पार्टनर की होती है तथा इस परियोजना में निवेश किए गए धन को निकालने के लिए उस निजी कंपनी को एक समय सीमा दी जाती है जिसमें वह निवेश किए गए धन को निकाल सके इस समय सीमा के बाद सरकार उसे अपने अधीन कर लेती है
PGDCA 2nd semester Examination June 2022.
डिजाइन बिल्ड फाइनेंस ऑपरेट ट्रांसफर (Design Build Finance Operate Transfer) – इसमें किसी भी निजी कंपनियां साझीदार को सार्वजनिक कंपनी या उद्योगों के नियमानुसार कार्य को पूर्ण करना होता है इसमें निजी कंपनियां प्राथमिक किया बुनियादी ढांचे का निर्माण कार्य करती है और जोखिम के लिए भी स्वयं ही जवाबदेह होती है।
बिल्ड ओन ऑपरेट ट्रांसफर (Build own operate transfer) – इसमें सरकार के द्वारा किसी भी निजी क्षेत्र की कंपनि या पार्टनर को एक समय सीमा के लिए निर्माण कार्य और उसके संचालन का कार्य दिया जाता है और समय सीमा पूर्ण होने पर पुनः उसे सरकार अपने अधीन कर लेती है।
बिल्ड अप रेट लिस्ट ट्रांसफर (build up rate list transfer) – इसके तहत किसी भी निजी क्षेत्र की कंपनी द्वारा किसी सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी उद्योग या सार्वजनिक संपत्ति का उपयोग किया जाता है और मालिकाना हक केवल सरकार का ही होता है
लीज डेवलपर्स ऑपरेट (lease Developers operate) – इसमें निजी कंपनियां पार्टनर को संसाधनों को लीज पर दिया जाता है जिस पर मालिकाना हक निजी कंपनियां पार्टनर का होता है।
PGDCA IT trends and Internet question Answer
डिजाइन बिल्ड फाइनेंस ऑपरेट ट्रांसफर (Design Build finance operate transfer) – इसमें किसी भी निजी कंपनियां साझीदार को सार्वजनिक कंपनी या उद्योगों के नियमानुसार कार्य को पूर्ण करना होता है इसमें निजी कंपनियां प्राथमिक किया बुनियादी ढांचे का निर्माण कार्य करती है और जोखिम के लिए भी स्वयं ही जवाबदेह होती है।
पीपीपी मॉडल (PPP Model) से होने वाले लाभ –
- पीपीपी मॉडल वर्तमान समय में बहुत ही चर्चित और कार्यरत मॉडल है जिससे कि कई सारे लाभ होते हैं
- किसी भी बड़े से बड़े प्रोजेक्ट को प्रारंभ करने में आसानी होती है
- सरकार को किसी भी प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए अधिक धन या कर्ज की आवश्यकता नहीं पड़ती
- पीपीपी मॉडल में किसी भी प्रोजेक्ट को कम समय में पूरा किया जा सकता है
- धन तथा संसाधनों का अभाव नहीं होता क्योंकि दोनों मिलकर इसे पूरा करते हैं
- इस मॉडल के तहत किए गए कार्य की क्वालिटी भी अच्छी होती है
- इसमें समय और धन दोनों की ही बचत होती है
- बड़े बड़े प्रोजेक्ट लगने या प्रारंभ होने से कई सारे रोजगार के अवसर भी प्राप्त होते हैं
पीपीपी मॉडल (PPP Model) के नुकसान –
आमतौर पर तो पीपीपी मॉडल के कोई नुकसान दिखाई नहीं देते केवल एक ही नुकसान दिखाई देता है कि जो सरकारी नौकरियां है वह धीरे-धीरे इस मॉडल की वजह से खत्म हो जाएगी लेकिन इसके साथ ही प्राइवेट सेक्टर में नौकरी भी बढ़ेगी।
लेकिन इसे हम नुकसान भी नहीं कह सकते क्योंकि सरकारी नौकरियां खत्म होगी तो उसके स्थान पर प्राइवेट नौकरी अभी आएगी।
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